Bhairon Singh Parihar BAPU
भैरोंसिंह परिहार बापू

एक ऐसा नाम जो बच्‍चे से लेकर बुढे तक, गरीब से लेकर अमीर तक और राजस्‍थान से लेकर मध्‍य प्रदेश तक हर व्‍यक्ति के दिलों दिमाग में अपनी विशिष्‍ट और अमिट छाप छोडता है। भैरोंसिंह परिहार बापू का जन्‍म दिनांक 31 जलाई 1971 को हुआ। माता कमला बाई और पिता स्‍वर्गीय श्री उदयसिंह जी परिहार के लालन पालन में इनका बाल्‍यकाल पूर्ण हुआ। भैरोंसिंह परिहार बापू ने विश्‍व विख्‍यात मेयो कॉलेज अजमेर के साथ-साथ विभिन्‍न शिक्षा संस्‍थानों से उच्‍च माध्‍यमिक स्‍तर तक शिक्षा ग्रहण की। तत्‍पश्‍चात् दिल में समाज सेवा और जन मानस से लगाव के भाव से सामाजिक और राजनीतिक क्षैत्र की ओर अग्रसर हुए।
भैरोंसिंह परिहार बापू के पिताजी स्‍वर्गीय श्री उदयसिंह जी परिहार द्वारा स्‍थापित यातायात व्‍यवसाय को इन्‍होने न केवल बखूबी आगे बढाया बल्कि इसे उच्‍च स्‍तर तक लेकर गये, जो कि वर्तमान में भी सुचारू है। कांग्रेस पार्टी से सम्‍बन्‍ध रखने वाले भैरोंसिंह परिहार बापू ने राजनैतिक केरियर की शुरूआत जिला स्‍तर के विभिन्‍न पदों से प्रारम्‍भ की। एनएसयुआई प्रदेश उपाध्‍यक्ष, उपाध्‍यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी झालावाड, सदस्‍य जिला कांग्रेस कमेटी झालावाड, जिला परिषद सदस्‍य, झालावाड आदि पदों पर आप सुशोभित रहे। लम्‍बे समय से कांग्रेस पार्टी से जुडाव होने और गांधीवादी विचारधारा से प्रभावित होने के फलस्‍वरूप राष्‍ट्रीय कांग्रेस अध्‍यक्ष श्री राहुल गांधी जी, पूर्व मुख्‍यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी, राजस्‍थान कांग्रेस अध्‍यक्ष श्री सचिन पायलट जी, राष्‍ट्रीय कांग्रेस उपाध्‍यक्ष श्री दिग्विजय सिंह जी, श्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया जी आदि नेताओं से आपका सीधा संवाद रहता है।
विधानसभा क्षैत्र सुसनेर, सुवासरा, महिदपुर, आगर, राजगढ तथा डग में सौंधिया राजपूत समाज की बाहुल्‍यता होने के कारण इन क्षैत्रों में निवासरत समाज के लोगों के मन में भैरोंसिंह परिहार बापू की तस्‍वीर समाज के आईकन के रूप में जानी जाती है, जिसका प्रभाव विधानसभा और लोकसभा चुनाओं पर निश्चित रहता है।
छात्रसंघ चुनावों में एनएसयुआई के साथ भैरोंसिंह परिहार बापू हमेशा छात्रों के साथ कन्‍धे से कन्‍धा मिलाकर मदद के लिए तत्‍पर रहतें है। जिसके फलस्‍वरूप भैरोंसिंह परिहार बापू आज युवाओं में अपनी अलग पहचान रखते है।
     जन कल्‍याणकारी कार्य, पीडित मानव की सेवा, स्‍वर्गीय श्रीमती इन्दिरा गांधी, स्‍वर्गीय श्री राजीव गांधी की स्‍मृत्ति में विभिन्‍न खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु विभिन्‍न गैर राजनीतिक संस्‍थाओं से भैरोंसिंह परिहार बापू का हमेशा जुडाव रहा है। भैरोंसिंह परिहार बापू कांग्रेस की रीति-नीति, योजनाओं आदि का प्रचार प्रसार चोपालों के माध्‍यम से करते आ रहें है। साथ ही भाजपा शासन काल में विपक्षियो से निरन्‍तर संघर्ष करते आ रहें है। लोकसभा क्षैत्र झालावाड में भैरोंसिंह परिहार बापू ने लगभग 30 हजार युवाओं को जोडने का अभूतपूर्व कार्य किया है।
     केवल भैरोंसिंह परिहार बापू ही नहीं बल्कि इनका पुरा परिवार सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में सदैव अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है। वर्तमान में भैरोंसिंह परिहार बापू की धर्मपत्‍नी श्रीमती रमेशकुंवर, अध्‍यक्ष, नगर परिषद बडोद मध्‍यप्रदेश के पद पर है। भैरोंसिंह परिहार बापू के बडे बेटे श्री गजेन्‍द्रसिंह परिहार बबलू बना, चेयरमेन अ श्रेणी कृषि उपज मंडी भवानीमंडी राजस्‍थान, छोटे बेटे श्री महेन्‍द सिंह परिहार टीनू बना, जिला पंचायत सदस्‍य, आगर-मालवा मध्‍यप्रदेश के पद पर है। भैरोंसिंह परिहार बापू की पुत्रवधु श्रीमती रामकुंवर वर्तमान में अध्‍यक्ष, जनपद पंचायत बडोद, जिला आगर-मालवा मध्‍यप्रदेश के पद पर है।
      भैरोंसिंह परिहार बापू साप्‍ताहिक रूप से दो दिन नगर परिषद बडौद के नगरीय क्षैत्र में चोपाल लगाकर हर व्‍यक्ति से रूबरू होकर, उनकी समस्‍याओं का तत्‍काल हल निकालतें है। स्‍वयं के स्‍तर पर चलाये जा रहे अभियान ‘’आपका अध्यक्ष, आपके द्वार’’ के माध्‍यम से सभी गरीबों और निचले तबके के लोगों की समस्‍याओं का समाधान किया जाता है।
आपके द्वारा प्रतिवर्ष एक गरीब और अनाथ बच्‍चीयों का विवाह स्‍वयं के खर्चे पर करवाया जाता है। साथ ही गरीब और बेसहारा बच्चों की शिक्षा तथा कोचिंग का खर्च स्‍वयं उठाकर उनकी मदद करते है। सांस्‍कृतिक कार्यक्रम हो, या नवरात्रा, ईद हो या रमजान, सभी धार्मिक पर्वों पर राजनीति से उपर उठकर समाज के सभी वर्गों के साथ तन मन धन से सहयोग करना भैरोंसिंह परिहार बापू की पहचान है।

भैरोंसिंह परिहार बापू विश्‍व विख्‍यात तीर्थ श्री कायावर्णेश्‍वर महादेव क्‍यासरा, राजस्‍थान की मन्दिर समिति के अध्‍यक्ष पद पर है।

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